Digital
Signature
डिजिटल सिग्नेचर एक डिजिटल मैसेज या डॉक्यूमेंट की प्रामाणिकता को प्रदर्शित करने के लिए एक गणितीय योजना है। एक वैध डिजिटल सिग्नेचर एक प्राप्तकर्ता को यह विश्वास देता है कि मैसेज एक ज्ञात प्रेषक (Sender) द्वारा बनाया गया था| यह Digitally Sign किया हुआ एक विशेष कोड होता है जिसका उपयोग किसी भी ऑनलाइन डॉक्यूमेंट की प्रमाणिकता के लिए किया जाता है। डिजिटल सिग्नेचर (signature) हाथ के द्वारा किये गए सिग्नेचर की तरह ही होता है परन्तु हाथ के द्वारा किये गए सिग्नेचर विश्वसनीय तथा सुरक्षित नही होते हैं जबकि डिजिटल सिग्नेचर विश्वसनीय तथा सुरक्षित होते है।
Cryptography
का
अर्थ है “The art of protecting data” अर्थात अपने data या information को सुरक्षित रखना।लेकिन सबसे पहले मन में सवाल
उठता है कि कैसे? जब Data या information
को
unreadable secrets codes में बदल दिया जाता है तो उसे हम cipher text कहते है और वो ही लोग इसे decry-pt करके read कर सकते है जिनके पास इसकी secret key होगी। Decry-pt हुए data को हम plain
text कहते
है। Cryptography का प्रयोग E-mail मैसेज, credit card तथा अन्य महत्वपूर्ण information को protect करने के लिए किया जाता है। यह data की security तथा integrity
बनाये
रखती है।आज के युग में Cryptography द्वारा बहुत ही जटिल गणितीय समीकरण
का प्रयोग data को decry-pt तथा encrypt
करने
में किया जाता है।Cryptography में Encryption और Decryption
दो
process होती है।
Encryption में plain text को cipher text में convert किया जाता है।
और Decryption में cipher text को plain text में convert किया जाता है।
codes में convert कर दिया जाता है जिसे cipher text कहते है।
Cipher text को आसानी से समझा नही जा सकता है इसे सिर्फ expert ही समझ सकते है।
जो original data या information होती है उसे
हम plain text कहते है और उसे cipher text में encrypt कर दिया जाता
है।
इस का मुख्य
उद्देश्य डिजिटल डेटा या इनफार्मेशन( जो internet के माध्यम से transmit होता है) को सुरक्षित करना है।encrypted data को
पढ़ने के लिए
आपके पास एक key
होनी चाहिए जिससे कि आप उसे decry-pt कर सके।
Decryption एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें encrypted data को वापस original data में convert किया जाता है।
जो encrypted डेटा होता है उसे cipher text कहा जाता है और जो original डेटा होता है
उसे plain text कहा जाता है तथा Cipher text को plain text में बदलना Decryption कहलाता है। इसके लिए भी एक key की आवशयक्ता
होती है जिससे कि डेटा decry-pt हो सके।
1- Importance
of digital Signature
a) Signer
Authentication
b) Message
Authentication
c) Affirmative
Act
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